हर बार एक दर्द सा सीने में रह जाता था !!
हाल जरे-जरे का वो यूँही बया कर जाता था!
दर्द में जिएँ या दर्द हममे जी ले!!
बस यही सोच कर दर्द हममे समां जाता था !
हर बार एक दर्द सा सीने में रह जाता था !!
हाल जरे-जरे का वो यूँही बया कर जाता था!
दर्द में जिएँ या दर्द हममे जी ले!!
बस यही सोच कर दर्द हममे समां जाता था !