भरोसा, जैसे दो नाव की सवारी हो,
जैसे खैरात में बटती बिमारी हो
जैसे अमूल्य तिजोरी या अलमारी हो ॥
अगर टूटे तो कहने को जाता नही है कुछ किसी का
मगर जो जानते है वो मानते है की
छूट जाता है सारा इतिहास सभी का ॥
टूटे तो कभी न जुड़ने वाली चेन है ये,
जुड़ी...