ठोकर ऐसी मिले मुझको कि
गिरकर फिर से उठ जाऊं मैं
कुछ नया सीख जाऊं मैं
कुछ नया कर जाऊं मैं
ना करूं इंतजार दुश्मनों का अब
खुद को खुद से ही ठोकर दे जाऊं मैं
#yq #yqwriter
जब मंजिले ही बड़ी नहीं,
संघर्ष क्या खाक करोगे?
बेहतर बनने का लक्ष्य नहीं,
विचारों को कैसे साफ करोगे?
धूल तो कोने में जब ही जाती है,
खुदा से कैसे आंखें चार करोगे?
Can you find a path that does not have any stumbling blocks?
If you get it, see it carefully, there is no destination in it.
God feeds selectively, flowers in his flower bed
Patience, courage, dedica...
परिवार ( family)
परिवार किसी के कहने से नहीं होता,
उसे बनाने के किए दिल चाहिए,
दिल में संतुष्टि,
और संतुष्टि में प्रेम चाहिए।
परिवार को परिवार का नाम देने की जरूरत नहीं,
कोई खून के रिश्ते की जरूरत न...
A beautiful path of love....which gives immense pleasure often comes to an end.
But the first feeling of that love and those butterflies in our stomach are one of the best feeling in this world
ठोकर ऐसी मिले मुझको कि
गिरकर फिर से उठ जाऊं मैं
कुछ नया सीख जाऊं मैं
कुछ नया कर जाऊं मैं
ना करूं इंतजार दुश्मनों का अब
खुद को खुद से ही ठोकर दे जाऊं मैं
#yq #yqwriter
जब मंजिले ही बड़ी नहीं,
संघर्ष क्या खाक करोगे?
बेहतर बनने का लक्ष्य नहीं,
विचारों को कैसे साफ करोगे?
धूल तो कोने में जब ही जाती है,
खुदा से कैसे आंखें चार करोगे?
Can you find a path that does not have any stumbling blocks?
If you get it, see it carefully, there is no destination in it.
God feeds selectively, flowers in his flower bed
Patience, courage, dedica...
परिवार ( family)
परिवार किसी के कहने से नहीं होता,
उसे बनाने के किए दिल चाहिए,
दिल में संतुष्टि,
और संतुष्टि में प्रेम चाहिए।
परिवार को परिवार का नाम देने की जरूरत नहीं,
कोई खून के रिश्ते की जरूरत न...
A beautiful path of love....which gives immense pleasure often comes to an end.
But the first feeling of that love and those butterflies in our stomach are one of the best feeling in this world